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Soniya Mamta aur Pawar ki ghat jod rok payengi bjp ko

क्या सोनिया,ममता और शरद पवार की तिकड़ी रोक पाएंगी बीजेपी का 'विजयरथ'? विपक्ष की 'चाय पे चर्चा'पर सबकी नज़र 

https://importantnewscall.blogspot.com/2021/07/Hindi-news.html


 नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का दिल्ली में विपक्षी दलों के नेताओं से मिलना जारी है. हालांकि, इस दौरान सभी की नजरें बुधवार शाम सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के साथ होने वाली मुलाकात पर टिकी हुई हैं. इससे पहले दोनों नेता NEET के खिलाफ एक वर्चुअल मीटिंग के दौरान मिली थीं. राजनीतिक जानकार भी गांधी पक्ष की इस 'चाय पर चर्चा' को कफी अहम बता रहे हैं.


बंगाल में 2 मई को घोषित हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ममता और सोनिया की बैठक और ज्यादा अहम हो गई है. राजनीतिक गलियारों में सभी इस बात से परिचित हैं कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष के बीच संबंध बेहद अच्छे हैं.इसके अलावा साल 2024 में होने वाले आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नया मोर्चा बनाने की अटकलें भी जारी हैं.

बनर्जी भी बीजेपी के खिलाफ तीसरा मोर्चा तैयार करने पर सहमति जता चुकी हैं. इसके अलावा वे कह चुकी हैं कि कांग्रेस के बगैर कोई मोर्चा मुमकिन नहीं है. वहीं, कांग्रेस भी यह जाहिर कर चुकी है कि विपक्षी दलों के एकजुट होने का वक्त आ चुका है. मंगलवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'ममता में शक्ति है.' साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भी कहा कि बीजेपी के विजयीरथ को रोकने के लिए एक समान सोच वाली पार्टियों को साथ आना चाहिए.

इसके अलावा बनर्जी आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करने जा रही हैं. हालांकि, बनर्जी के राजधानी आगमन पर केजरीवाल उनसे मिलते रहे हैं, लेकिन इस बार होने वाली बैठक को बेहद खास माना जा रहा है. क्योंकि केजरीवाल को बनर्जी के पदचिन्हों पर चलने के लिए जाना जाता है और वे विपक्ष के लिए बड़े खिलाड़ी साबित हो सकते हैं. इसके अलावा दिल्ली में बीजेपी के विजयी मार्च को रोकने का श्रेय भी केजरीवाल को दिया जाता रहा है
इधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार भी ममता बनर्जी से मिलने की इच्छा जता चुके हैं. अगर यह मुलाकात साकार रूप लेती है, तो सियासी अखाड़े में शक्ति का त्रिकोणीय नजारा होगा. क्योंकि पश्चिम की ताकत पवार, पूर्व की ताकत बनर्जी और केंद्र की ताकत गांधी एक साथ नजर आएंगे



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