Jab Tum Mile Tab In Lafjon Ko Mayne Mile.
इश्क मोहब्बत दीवानगी... ये बस लफ्ज थे,
जब तुम मिले तब इन लफ्जों को मायने मिले।
तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है,
दिल-ओ-नजर को रुला-रुला के देखा है,
तू नहीं तो कुछ भी नहीं है तेरी कसम,
मैंने कुछ पल तुझे भुला के देखा है।
Tere Khayal Se Khud Ko Chhupa Ke Dekha Hai,
Dil-o-Najar Ko Rula-Rula Ke Dekha Hai,
Tu Nahi To Kuchh Bhi Nahi Hai Teri Kasam,
Maine Kuchh Pal Tujhe Bhula Ke Dekha Hai.
तुम हँसते हो तो मुझे हँसाने के लिए,
तुम रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए,
एक बार हमसे रूठ कर तो देखिये,
मर जायेंगे आपको मनाने के लिए।
तेरा वजूद मेरी दुआओं में हो
मेरी हाथों की लकीरों में तू ऐसे समाये
मैं दुआ में अमीन कहूं
और तू मेरी हो जाये
Chahat Hui Kisi Se Toh Fir Be-Inteha Hui,
Chaha Toh Chahaton Ki Hadd Se Gujar Gaye,
HumNe Khuda Se Kuchh Bhi Na Manga Magar Usey,
Manga Toh Siskiyon Ki Bhi Hadd Se Gujar Gaye.
चाहत हुई किसी से तो फिर बेइन्तेहाँ हुई,
चाहा तो चाहतों की हद से गुजर गए,
हमने खुदा से कुछ भी न माँगा मगर उसे,
माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये।
Source : Hindi Shayari
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